चंडीगढ़, 22 फरवरी:
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को स्मार्ट सिटी और अमरुत स्कीमों के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों के सर्वपक्षीय विकास के लिए 1087 करोड़ रुपए के कई प्रोजेक्टों का वर्चुअल तौर पर नींव पत्थर और उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर नौवें पातशाह को श्रद्धाँजलि के तौर पर पवित्र नगरी श्री आनंदपुर साहिब को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया जाये।
हाल ही में हुई म्युंसिपल मतदान में कांग्रेस पार्टी को भारी समर्थन देने के लिए राज्य के लोगों का धन्यवाद करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह फतवा सरकार की जनहित नीतियों का प्रमाण है। मतदान में कुल 2206 वार्डों में से 1410 (64 प्रतिशत) वार्डों में कांग्रेस की जीत का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विरोधी पार्टियाँ अपने जन विरोधी और नकारात्मक एजंडे के कारण खत्म हो गई। उन्होंने शहरी क्षेत्रों के विकास को अनदेखा करने के लिए पिछली अकाली -भाजपा सरकार की आलोचना की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब इन प्रोजेक्टों के आगाज़ से इन क्षेत्रों का स्थायी विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उनको अपने पूर्व संसदीय हलके अमृतसर शहर के लिए 721 करोड़ रुपए की लागत से नहरी पानी सप्लाई योजना का नींव पत्थर रखने की विशेष के तौर पर खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि यह स्कीम पवित्र शहर के निवासियों को दूषित और भूजल के लगातार गिरते स्तर वाले पानी की बजाय साफ पीने वाला पानी मुहैया करवाना यकीनी बनाऐगी।
शहरी बुनियादी ढांचा सुधार प्रोग्राम (यू.आई.आई.पी.) के बारे बात करते हुये कैप्टन अमरिन्दर ने कहा कि अपने पहले पड़ाव में 300 करोड़ रुपए की लागत के साथ 2065 कार्य शुरू/मुकम्मल किये गए जबकि दूसरे पड़ाव के अधीन 4227 कार्य स्वीकृत किये गए और 1300 कार्य शुरू किये गए।
अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और सुल्तानपुर लोधी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टों की प्रगति की जानकारी देते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कुल 3000 करोड़ रुपए की कुल व्यवस्था में से इस योजना के अधीन 1246 करोड़ रुपए की लागत से कार्य शुरू/मुकम्मल किये गए। 918 करोड़ रुपए की लागत के कामों के लिए टैंडर माँगे गए हैं और 802 करोड़ रुपए के टैंडर प्रक्रिया अधीन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस के उलट अकाली-भाजपा के एक दशक के शासन काल के दौरान (2007-17) इन स्कीम के अंतर्गत सिर्फ 35 करोड़ रुपए खर्च किये गए थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अमरुत योजना के अंतर्गत 16 शहरों के लिए 2785 करोड़ रुपए पहले ही जारी किये हैं और 2740 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों पर काम जारी है। अकाली -भाजपा गठजोड़ पर तंज़ कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इन योजनाओं को पूरी तरह नजरअन्दाज कर दिया और 10 सालों के अपने शासन के दौरान सिफऱ् 18 करोड़ रुपए ख़र्च किये। उन्होंने कहा कि स्कीमों का उद्देश्य 100 प्रतिशत जल सप्लाई और सिवरेज की सुविधा मुहैया करवाना है और अब तक 1072 किलोमीटर वाटर स्पलाई लाईन और 698 किलोमीटर सिवरेज लाईन बिछाने के अलावा 69,304 घरेलू वाटर सप्लाई और 43,611 घरेलू सिवरेज कनैक्शन दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा बरनाला में 105.63 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों का उद्घाटन किया गया जिसमें 100 प्रतिशत कवरेज के लिए सिवरेज नैटवर्क और सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का विस्तार और पुर्नस्थापन, 5740 घरेलू सिवरेज कुनैक्शन और 20 एम.एल.डी. सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के साथ 74 किलोमीटर सिवरेज लाईन बिछाना शामिल है। पवित्र नगरी अमृतसर के लिए 20.50 करोड़ रुपए के अलग-अलग विकास प्रोजेक्टों का उद्घाटन किया गया जिसमें आग्रिशमन सेवाओं का अपग्रेडेशन, ठोस कचरा प्रबंधन सहूलतें और पार्कों और खुले स्थानों का विकास शामिल है जबकि खन्ना में 25.16 करोड़ रुपए की लागत के साथ 29 एम.एल.डी क्षमता वाले एस.टी.पी. का उद्घाटन भी किया गया।
इसी तरह अमृतसर में 24&7 नहरी जल सप्लाई योजना के लिए 721.85 करोड़ रुपए के कामों के अलावा कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व समागमों के प्रमुख केंद्र सुल्तानपुर लोधी शहर के लिए 129.33 करोड़ रुपए की लागत वाले प्रोजेक्टों के भी वर्चुअल तौर पर नींव पत्थर रखे। इन प्रोजेक्टों जिसमें डडविंडी से सुल्तानपुर लोधी तक सडक़ को चौड़ा और मज़बूत करना, पवित्र बेईं की चैनेलाईजेशन और खुले स्थानों का निर्माण, कपूरथला रोड बरास्ता फत्तू ढींगा का चौ-मार्गीयकरण, इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सैंटर का निर्माण, अग्रिशमन सेवाओं की मज़बूती, मोरी मोहल्ला पार्क, केंद्रीय पार्क और ज्वाला पार्क नामक तीन पार्कों का विकास करना शामिल है।
इसी तरह जालंधर (41 करोड़ रुपए) में अलग-अलग कामों जैसे कि बस्ती पीर दाद में 15 एम.एल.डी. एस.टी.पी., जालंधर रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण, रौनक बाज़ार की बिजली लाईन वितरण प्रणाली की अपग्रेडेशन, गदाईपुर में 5 सालों के लिए परिचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) के अंतर्गत वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, अर्बन अस्टेट फेज़-2 में नयी सडक़ और मौजूदा गुरू नानक देव पुस्तकालय का डिजीटलाईजेशन का नींव पत्थर रखा गया। लुधियाना में 40 करोड़ रुपए की लागत के साथ लुधियाना म्युंसिपल कंट्रोल सैंटर की स्थापना, शहर के लिए एक एकीकृत कमान और निगरानी केंद्र और मिनी रोज़ गार्डन के सौंदर्यीकरण का नींव पत्थर रखा गया जिस सम्बन्धी टैंडर आमंत्रित किए गए हैं।
इस मौके पर स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिन्द्रा ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान शहरों की साफ़-सफ़ाई को पूर्ण तौर पर यकीनी बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने निजी रूचि दिखाई। उन्होंने म्युंसिपल चुनाव में पार्टी की शानदार जीत पर मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि यह नतीजे मौजूदा सरकार की शहरों के विकास समर्थकीय नीतियों के पक्ष में स्पष्ट जनादेश हैं।
यह समारोह राज्यभर में 900 स्थानों पर भी ऑनलाइन माध्यम के द्वारा हुआ जिसमें पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, भारत भूषण आशु और साधु सिंह धर्मसोत सहित विधायक, मेयर, काऊंसलर, पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिन्दर सिंह ढिल्लों, मुख्य सचिव विनी महाजन और राज्य सरकार के सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे।